कभी रो के मुस्कुराए, कभी मुस्कुरा के रोए,
जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए,
एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,
जितना लिख के खुश हुए उस से ज़यादा मिटा के रोए.
About
Brijesh Kumar Saini
हेलो, दोस्तो मेरा नाम ब्रजेश कुमार सैनी है। मुझे नये दोस्त बनाना मेरा शौक है। मुझे शायरी, मैसेज और नये-नये जोक्स का संग्रह करने का शौक है। मेरे एक मित्र राजेन्द्र सिंह ने मुझे सुझाव दिया कि क्यों न मै एक ब्लॉग बना लूं और वहां पर मेरे साथ अन्य लोग भी लाभान्वित होगें। यहीं से Friends Message सिलसिला शुरू हो गया। मै आशा करता हूं कि आपको मेरा प्रयास पसंद आयेगा। यदि आपके पास कोई सुझाव है आप मुझे कमेन्ट के माध्यम से दे सकते है।
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