ज़िन्दगी का भरोसा नहीं, दुनिया का यकीन क्या करें,
आज की यारी मतलब की, कोई किसी के लिए क्यूँ मरे |
भाई भाई से करे धोखा, गैरों से उम्मीद ना रही,
माना के यह कल युग है, मगर प्यार जिंदा है कहीं ना कहीं
आज की यारी मतलब की, कोई किसी के लिए क्यूँ मरे |
भाई भाई से करे धोखा, गैरों से उम्मीद ना रही,
माना के यह कल युग है, मगर प्यार जिंदा है कहीं ना कहीं
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