pankhuriya

समंदर के लिए







समंदर के लिए वो लहरे क्या
जिसका कोई किनारा ना हो।
तारों के लिए वो रात क्या
जिसमें चांद ना हो।
हमारे लिए वो दिन ही क्या
जिसमें आप की याद ना हो।

About Brijesh Kumar Saini

हेलो, दोस्तो मेरा नाम ब्रजेश कुमार सैनी है। मुझे नये दोस्त बनाना मेरा शौक है। मुझे शायरी, मैसेज और नये-नये जोक्स का संग्रह करने का शौक है। मेरे एक मित्र राजेन्द्र सिंह ने मुझे सुझाव दिया कि क्यों न मै एक ब्लॉग बना लूं और वहां पर मेरे साथ अन्य लोग भी लाभान्वित होगें। यहीं से Friends Message सिलसिला शुरू हो गया। मै आशा करता हूं कि आपको मेरा प्रयास पसंद आयेगा। यदि आपके पास कोई सुझाव है आप मुझे कमेन्ट के माध्यम से दे सकते है।
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